





GUNAK (MRIDA SANEEVANI)
Gunak is a modern and researched organic product for all types of crops It is available to fulfill all types of needs of your crop. Along with this it increases the fertility of the soil. The multiplier increases the water holding capacity of the soil. * Multiplier increases root growth and metabolism of the plant. The multiplier develops the tertiary roots of the plant so that absorption of nutrients from the soil increases. Multiplier increases the germination of seeds. Factors help plants cope with environmental stress. Multipliers are used with almost all types of organic fertilizers.
Veg
₹ 300.00
Weight
Add Faq
*✅ गुणक (मृदा संजीवनी) जैव उर्वरक क्या है?
गुणक में है एक ट्राली गोबर खाद की ताकत, यानी एक ट्राली गोबर खाद में जितना ऑर्गेनिक कार्बन होता है, उतना एक किलो गुणक में ऑर्गेनिक कार्बन व औषधीय तत्वों का मिश्रण उपलब्ध है।
✅गुणक (मृदा संजीवनी)काम कैसे कैसे करता है?
गुणक (मृदा संजीवनी) के इस्तेमाल से मिट्टी में प्राकृतिक तरीके से खाद बनने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है, जिससे पौधों को पर्याप्त भोजन मिलना शुरू हो जाता है, पौधे स्वस्थ और ज्यादा उत्पादन देने योग्य हो जाता है।
✅गुणक (मृदा संजीवनी) खेती में होने वाले अनावश्यक खर्च को कम करता है!
????गुणक (मृदा संजीवनी) इस्तेमाल करने से पहले ही साल से 20% रासायनिक खादों का इस्तेमाल कम करना है।
इस तरह से अगले 5 से 7 सालों में ये खर्च 80% तक कम हो जाएगा।
✅ गुणक (मृदा संजीवनी) पहले ही सीजन से उत्पादन बढाना शुरू कर देता है!
???? गुणक (मृदा संजीवनी) के इस्तेमाल से उत्पादन में पहले सीजन या साल से 30% से 50% तक का उत्पादन बढ़ता है।
और अगले 5 से 7 साल में उत्पादन बढ़कर 2 से 3 गुना तक बढ़ जाता है।
7 साल बाद गुणक (मृदा संजीवनी) भी इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं।
???? गुणक (मृदा संजीवनी) इस्तेमाल करने से खेत की मिट्टी नरम हो जाती है।
???? गुणक (मृदा संजीवनी) से खेत मे ट्रेक्टर से लगने वाला जुताई का खर्च कम कम होता जाता है।
???? गुणक (मृदा संजीवनी) से खेती जिस फसल में 5 से 6 बार सिंचाई होती है, उसमें मात्र 3 से 4 सिंचाई में फसल तैयार हो जाती है।
???? गुणक (मृदा संजीवनी) करने से फसल का प्रकृति से सम्बन्ध जुड़ जाता है, इसलिए प्रकृति की विनाशकारी शक्तियां फसल को प्रभावित करने में अक्षम सिद्ध होती हैं, जैसे पानी की कमी में भी फसल का जिन्दा रहना.
???? गुणक (मृदा संजीवनी)मिटटी में 2 से 3 मीटर नीचे जा चुके केंचुओं को ऊपर बुलाकर मिटटी को उपजाऊ बनाने के काम में लगाता है, 5 से 7 साल में केंचुओं की निश्चित संख्या कार्यरत हो जाने के बाद प्रति वर्ष 120 टन केंचुआ खाद बिनामूल्य मिलता है, जब केंचुआ खाद आवश्यक मात्रा में मिलने लगता है, आपकी खेती में बाहर से एक रुपये का खाद नहीं डालना पड़ता.
???? मिट्टी में रहने वाले जीवाणुओं को ऊर्जा के लिये कार्बन चाहिए होता है और प्रोटीन बनाने के लिये नाइट्रोजन। अगर मिट्टी में कार्बन वाले जैविक तत्व का अनुपात नाइट्रोजन की तुलना में बीस से तीस गुना न हो, तो मिट्टी में कितना भी नाइट्रोजन और फास्फोरस हो, फसल को बहुत लाभ नहीं होता।
???? मिट्टी में जीवाणुओं की संख्या की वृद्धि और उसके लिए कार्बन की आपूर्ति दोनों ही गुणक (मृदा संजीवनी) जैव उर्वरक करता है.
खुराक – 50–100 ग्राम प्रति कठ्ठा मिट्टी में प्रयोग करे और छिरकाव विधि एक ग्राम प्रति लीटर पानी में डालकर छिरकाव करे।
0 Reviews For this Product
